धातु रोग क्या है 2022| धातु रोग के लक्षण क्या है | पुराने से पुराने धातु रोग का इलाज कैसे करे | dhat ka ilaj kaise kare in hindi | dhat rog ka ilaj hindi me

धातु रोग क्या है | धातु रोग के लक्षण क्या है | पुराने से पुराने धातु रोग का इलाज कैसे करे | dhat ka ilaj kaise kare in hindi | dhat rog ka ilaj hindi me | dhat rog ki dawa | dhat rog kya hai | dhat treatment in hindi | dhat rog symptoms | dhat rog me parhej 

अगर धात रोग की बात करे तो यह एक ऐसी बिमारी है | जिसे लोग बताने से डरते है | लोग शर्मिंदगी महसूस करते है | यह समस्या तब पैदा होती है | जब लोग यौन सम्बन्धी लापरवाही बरतने लगते है | 

धात रोग की समस्या लोगों में धीरे -धीरे बढ़ने लगती है | और व्यक्ति के मन में अनाप -सनाप विचार उठने लगते है | वह अपने दिनभर के काम को सही ढंग से नहीं कर पाते है | 

उनके दिमाग में यह धारणा बनी रहती है | लेकिन यह एक आम बिमारी है | जो समय के साथ लोगों में देखने को मिलती है | आज के इस लेख में हम यही बतायेगे कि धात रोग क्या होता है | धात रोग के लक्षण क्या है | धात रोग में परहेज क्या -क्या करना चाहिए | और पुराने से पुराने धातु रोग का इलाज कैसे करे | (dhat ka ilaj kaise kare in hindi )तो आइये देखते है | 

धात क्या है | dhat rog kya hai | 

बिना किसी के साथ यौन सम्बन्ध बनाये वीर्यपात का हो जाना | धात रोग के अंतर्गत आता है | धातु रोग को spermatorrhea कहते है | 

कुछ लोगो में यह समस्या देखा गया है कि पेशाब करते समय कुछ मात्रा में शरीर से वीर्य बाहर निकल जाता है | या शौचालय करते समय अधिक जोर से प्रेशर लगाने पर वीर्य बाहर निकल जाता है | इसे आप दो भागों में जान सकते है | 

  • सपने में वीर्य का निकल जाना | 
  • बिना सपनें देखें दिन में वीर्य का निकल जाना | 

अगर हम किसी डॉक्टर के पास जाते है | तो यह इस रोग को आम रोग बता देता है | और कहता है | यह शरीर के विकास के साथ -साथ होता है | इससे शरीर में थोड़ी सुस्ती और थकावट रहेगी | और इससे बचने के लिए आपको प्रतिदिन व्यायाम ,अभ्यास करना चाहिए | 

इस रोग को आपको बहुत ज्यादे गंभीरता से लेने की जरुरत नहीं है | इसके लिए आप कुछ घरेलु उपाय कर सकते है | और खान -पान अच्छा करने से भी यह रोग ठीक हो जाता है | 

धात रोग के कारण क्या है | dhatu rog ke kya karan hai 

धातु रोग होने के अनेक कारण हो सकते है | जो बताये गये है | 

  • समय पर आहार न लेना | 
  • ख़राब पाचन होने के कारण शरीर का कमजोर होने के कारण यह समस्या पैदा हो जाती है | 
  • अधिक उत्तेजना वाली फिल्में देखने पर यह धीरे -धीरे बार -बार निकलने से अण्डाणु शिथिल हो जाता है | 
  • अत्यधिक मात्रा में हस्तमैथुन करने के कारण | 
  • अत्यधिक अश्लील बाते करने के कारण | 
  • मन एकाग्र न होने के कारण | 
  • शरीर में पोषक तत्त्व एवं विटामिन की कमी होने के कारण | 
  • अत्यधिक चिंता करने के कारण यह समस्या पैदा हो जाती है | 
  • अल्कोहल का सेवन अधिक करने से | 
  • आंत में कीड़े होने से | 

धात रोग के लक्षण | dhatu rog symptoms 

यह पुरुषो के साथ -साथ महिलाओं में भी इसके लक्षण को देखने को मिलता है | इसके लक्षण को नीचे बताया गया है | 

  • शरीर में हमेशा सुस्ती बना रहना | 
  • दिमाग में चिड़चिड़ापन बना रहना | 
  • मन की एकाग्रता शक्ति में कमी होना | 
  • भूख खुलकर न लगना | 
  • शरीर का कमजोर होना | 
  • असमय वीर्यपात का होता रहना | 
  • पेशाब करते समय अचानक वीर्य का निकल जाना | 
  • अच्छे ढंग से नींद न लगना | 
  • अचानक चक्कर आना | 
  • जननांगो में खुजली और जलन होना | 
  • ह्रदय की धड़कन तेज हो जाना | 
  • आँख की रोशनी में कमजोरी होने लगना | 
  • शरीर व पीठ में दर्द का होना | 

पुराने से पुराना धातु रोग का इलाज | dhat ka ilaj kaise kare in hindi 

अगर आपको बार -बार धातु रोग की समस्या हो रही है | तो इसके इलाज के लिए सबसे पहले डॉक्टर के पास जाये | पहले रोग किस कारण से उत्पन्न हुआ इसका पता लगाना बहुत जरुरी है | कही कोई दवाई के साइड इफ़ेक्ट के कारण तो नहीं हो रहा है | 

इससे जुडी सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही डॉक्टर बहुत सारे माध्यम से इसका इलाज करते है | आयुर्वेद के माध्यम से ,व्यायाम के माध्यम से ,दवा के माध्यम से आज सारी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से देखेंगे | 

  • धातु रोग घरेलू उपचार | dhatu rog gharelu upchar in hindi 
  • इसका सबसे पहले डॉक्टर से जाँच करवा ले | 
  • सुबह और शाम को भोजन ग्रहण करते समय सही समय पर भोजन ग्रहण करे | 
  • शुद्ध आहार लेने का प्रयास करे | 
  • अल्कोहल आदि के सेवन से बचना चाहिए | 
  • पेट की पाचन क्रिया हमेशा सही रखे | 
  • जननांगो को साफ रखे जिससे खुजली न हो और बार -बार छूना न पड़े | 
  • सुबह सही समय पर प्रतिदिन उठने का प्रयास करे | 
  • तनाव से मुक्त रहे | 
  • मोटापा कैसे कम करें, weight loss tips in hindi

2 . प्रतिदिन अभ्यास करे |

धातु रोग से बचाव के लिए हमें प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए | इसके लिए मांसपेसियों पर जोर लगाकर प्रतिदिन आधे घण्टे व्यायाम प्रतिदिन करे | इससे धातु रोग ठीक होता है | 

3 . गोमुखासन प्रतिदिन करे | 

धात गिरने का आयुर्वेदिक उपचार | 

  • करे अश्वगंधा का प्रयोग | 

इसकी गोली को मार्केट से आसानी से प्राप्त कर सकते है | यह वीर्य को गाढ़ा बनाकर शरीर को बलवान बना देता है | यह वीर्य की गुणवत्ता को सुधार देता है | डॉक्टर के अनुसार प्रयोग करे | 

  • शतावरी का प्रयोग करे | 

यह शुक्राणु को बढ़ाने का काम करता है | इससे प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है | 

  • गोक्षुरा का प्रयोग करे | 

इसके प्रयोग से प्रजनन शक्ति में मदद मिलती है | यह सप्लीमेंट के रूप में प्रयोग किया जाता है | इससे धातु रोग की पुष्टि होती है | 

  • लौकी का जूस प्रयोग करे | 

लौकी का जूस धातु रोग को गिरने से रोकने के लिए बहुत उपयोगी है | इससे पेट साफ रहता है | और पाचन क्रिया मजबूत होती है | 

 

  • प्रतिदिन सलाद के रूप में प्याज का प्रयोग करे | 

प्याज के सलाद के प्रयोग से यह बहुत फायदा करता है | इसको प्रतिदिन सेवन करने से धातु रोग की समस्या कम हो जाती है | 

  • दूध और केला का प्रयोग करे | 

दूध को उबालकर उसमे केले के टुकड़े को काटकर डालकर गर्म करके रात को रख दे सुबह उठकर प्रयोग करे | यह वीर्यपात को ठीक करता है | 

  • संतुलित आहार का प्रयोग करे | 

धातु रोग से बचाव के लिए हमें संतुलित आहार का प्रयोग करना चाहिए | जिससे पाचन क्रिया सही होने के साथ -साथ पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है | 

धात रोग की दवा | dhat rog medicine in hindi 

  • Dabur shilajit gold 
  • Baidyanath vita  ex gold 
  • Himalaya  ashvagandha general 
  • Chandraprabha vati 
  • Naturz  ayurveda musli capsules 

 

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