parivar niyojan ke upay | parivar niyojan kya hai | परिवार नियोजन कैसे करे | परिवार नियोजन के उपाय | परिवार नियोजन के तरीके
आज के समय में भारत हो या विदेश सभी जगह पर दिनों दिन बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए वहाँ की सरकारे परिवार नियोजन को उपयोग में लाती है |
लेकिन बड़े -बड़े शहरों में यहाँ के लोग जागरूक होने के कारण यह परिवार नियोजन को अपनाते है | लेकिन अभी भी भारत के गाँवो में जानकारी का अभाव होने के कारण वह परिवार नियोजन को सही ढंग से नहीं अपना पाते | और एक खुशहाल जिन्दंगी नहीं जी पाते | ऐसे में इस आर्टिकल की मदद से हम यही देखेंगे की परिवार नियोजन के उपाय (parivar niyojan ke upay )क्या है | और कैसे परिवार नियोजन के तरीके को अपनायेंगे |
परिवार नियोजन क्या है ?parivar niyojan kya hai
Family planing को ही परिवार नियोजन कहते है | किस समय कब और कितने बच्चे उत्पन्न करने चाहिए | यह परिवार नियोजन को बतलाता है | इसमें बच्चों की शिक्षा ,पालन ,पोषण पर ध्यान रखकर बच्चे उत्पन्न करना होता है | और बच्चों के बीच में कितना अंतर होना चाहिए यह भी देखा जाता है | इसके लिए गर्भनिरोधक साधन का प्रयोग किया जाता है |अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखे |
गर्भधारण से बचने के उपाय | parivar niyojan ke upay
- गर्भनिरोधक दवाओं का उपयोग |
अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाये गर्भ निरोधक दवाएँ प्रयोग करती है | महिलाओं के अंदर दो हार्मोन होते है | एस्ट्रोजोन और प्रोजेस्टिन इसके लिए यह दवा प्रयोग में लायी जाती है |
- डायफ्राम का प्रयोग |
यह रबर की बनी होती है यह योनि के कप के समान होता है | जिसे इसे अंदर डालकर महिलाये पहन लेती है | और सम्बन्ध बनाने पर यह गर्भ को ढक लेता है | और गर्भ नहीं ठहरने देता है |
- महिला नसबंदी का प्रयोग |
इसको तब प्रयोग किया जाता है | जब गर्भधारण को स्थायी रूप से रोकना हो | इसमें महिलाओं के अंदर फेलोपिन ट्यूब को बाँध देते है | जिससे शुक्राणु अंदर तक प्रवेश नहीं कर पाता है |
- गर्भनिरोधक शॉट का प्रयोग (परिवार नियोजन इंजेक्शन )|
शॉट मतलब इंजेक्शन से होता है | इसे हर 3 महीने में लगाया जाता है | जिससे गर्भधारण करने की संभावना नहीं रहती है |
इस इंजेक्शन में प्रोजेस्टिन हार्मोन मिला होने के कारण ,ओबुलेसन को रोककर गर्भधारण से बचाता है |
- बर्थ कंट्रोल पैच का उपयोग |
जैसा की नाम से ही पता चल रहा है | बर्थ पैच मतलब यह प्लास्टिक का एक पैच होता है | जो हार्मोन को सोखने का काम करता है | यह शुक्राणु को महिलाओं के अंडाशय में जाने से रोकता है | और प्रेगनेंसी नहीं हो पाती है |
- बर्थ कंट्रोल रिंग के उपयोग से |
इसके माध्यम से योनि में रिंग डाली जाती है | यह रिंग मुलायम लचीली होती है | जो हार्मोन को रिलीज कर प्रेगनेंसी को रोकने में मदद करती है |
परिवार नियोजन के उद्देश्य क्या है ?
आज के दौर में बढ़ती हुई जनसंख्या को देखकर परिवार नियोजन बहुत ही आवश्यक है | इसमें हम जो भी बच्चा पैदा करने की प्लानिंग कर रहे है | बच्चों को शिक्षा के लिए वित्तिय सहायता और एक अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा | अगर हम परिवार नियोजन को ध्यान में नहीं रखते है तो बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर बुरा प्रभाव पड़ेगा |
अब दुनिया भर के जागरूक लोग परिवार नियोजन को अपना रहे है | और देश को मजबूत बनाने का काम कर रहे है |
हम दो हमारे दो के अंतर्गत कार्यक्रम में दम्पत्ति की स्वस्थ और खुशल जीवन के लिए सेवाएँ उपलब्ध करवाना होता है | और भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे | राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम को पढ़कर भी परिवार नियोजित कर सकते है |
- बच्चे पैदा करते समय दो बच्चों के बीच में पर्याप्त अंतर होना चाहिए | जिससे माता का स्वास्थ्य भी अच्छा रहे | और बच्चों का देखभाल भी अच्छी तरह से कर सके |
- छोटा परिवार सुखी और खुश रहता है |
- अगर महिलाओं की आयु 20 वर्ष के पार है | तो शिशु को जन्म देते समय कोई खतरा नहीं होता है |
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परिवार नियोजन के लाभ |
- देश को लाभ |
इससे देश की जनसख्या कम होती है | और बेरोजगारी ,अशिक्षा ,महंगाई आदि से मुक्ति मिलती है |
- माता -पिता परिवार वालो को लाभ |
वह अच्छे ढंग से अपने बच्चों को पढ़ा लिखा सकते है | और उसकी सारी जरूरतों को पुरा कर सकते है | स्वस्थ आहार दे सकते है |
- समाज को नई दिशा मिलती है |
इससे दूसरे लोग भी देखकर उसके जैसा ही familay planning करते है | और वह भी खुश रहते है |
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